वजीरगंज के बेलगाम दरोगा ने थाने बुलाकर पीड़ित से जबरन सुलहनामा के कागज पर लगवाया अंगुठा कोर्ट के आदेश की उड़ाई धज्जियाँ कानून को किया शर्मसार
Salu khan
वज़ीरगंज के बेलगाम दरोगा ने थाने पर बुलाकर पीड़ित से जबरन सुलहनामा के कागज़ पर लगवाया अंगूठा !

कोर्ट के आदेश की उड़ाई धज्जियां, कानून को किया शर्मसार
सालू खान
गोण्डा। स्थानीय थाने के ग्राम बंधवा के मजरे शेरापुर में लेखपाल से मिलकर एक दबंग दरोगा ने डी.डी.सी. व कोर्ट के आदेश को ताक पर रखकर चंद लाभ की खातिर दिन दहाड़े गन्ने की फसल पर ट्रैक्टर चलवा दिया और थाने में बुलाकर बुजुर्ग पीड़ित के बेटे को हल्का पुलिस ने मारापीटा तथा बुजुर्ग को मारने की धमकी देते हुए कानून को ताक पर रखने वाले बेलगाम दरोगा ने लेखपाल के सामने सुलहनामा के कागज़ पर जबरन अंगूठा लगवा लिया, जबकि बूढ़ा व्यक्ति इनसे न्याय की दुहाई देता रहा। इस प्रकरण से सम्बंधित सभी जरूरी दस्तावेज ‘इंडिया ए टू ज़ेड’ संवाददाता के पास हैं।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का सख्त निर्देश है कि पीड़ितों से थाने में अच्छा व्यवहार किया जाए तथा उनकी समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक सुनकर उसका निस्तारण किया जाए, लेकिन कानून से खिलवाड़ करना शायद वज़ीरगंज थाने में तैनात दरोगा प्रमोद अग्निहोत्री की फितरत में शामिल हो गया है, जिसके चलते वज़ीरगंज थाने में पीड़ितों की दुश्वारियां चरम पर हैं और उन्हें मज़बूर होकर आला हाकिमों की चौखट पर जाकर न्याय का दामन फैलाना पड़ रहा है। तानाशाह दरोगा की दबंगई की एक कड़ी ग्राम बंधवा के शेरापुर में तब सामने आयी, जब डीडीसी द्वारा दिए गए जमीन पर चंद लाभ के लिए लेखपाल बंशी लाल शर्मा से मिलकर इस दरोगा ने जगलाल यादव पुत्र नंगा के गन्ने के फसल को ट्रैक्टर से जुतवा कर उस पर विपक्षियों का कब्ज़ा करवा दिया। और तो और, पीड़ित ने जब हाईकोर्ट के कागजात दिखाए तो उसको भी इस कानून के रखवाले ने ठेंगा दिखा दिया।
तत्पश्चात लेखपाल व दरोगा ने खुद को बचाने के लिए पीड़ित के भाई व बूढ़े बाप को थाने पर बुलवाया और वहां इन्हें सुलहनामा के लिए मज़बूर किया गया, आरोप है कि न मानने पर दरोगा व एक सिपाही ने उन्हें गालियां देते हुए कहा कि ये लो फसल नुकसान के तीन हज़ार रुपये और विपक्षियों से सुलह लगाओ, जिसे जब नंगा ने नहीं माना तो उसके बेटे को वहां मारापीटा गया। बेटे की यह दशा देख बूढ़ा बाप टूट गया और जब बेलगाम खाकी उसे भी मारने दौड़ी तो उसने न चाहते हुए भी सुलहनामा के कागज़ पर अंगूठा लगा दिया। इतना ही नहीं, पीड़ित को सुलहनामा का कागज़ भी नहीं दिया गया और 20 वर्षों से हो रही खेती की इस भूमि पर लगे गन्ने की फसल को बेखौफ़ दरोगा अग्निहोत्री ने अपने क्रोध की अग्नि में जलाकर खाक कर दिया। यहाँ बताना जरूरी है कि जिस जमीन को लेखपाल बंशीलाल शर्मा ने दरोगा के साथ मिलकर विपक्षियों का कब्ज़ा करवाया है, उस जमीन को कब्जे की नियत से विपक्षी रामबरन, शिवबरन , सजीवन व अनीता खुद ही हाईकोर्ट जाकर पार्टी बने हैं, जिसका मामला अब भी चल रहा है और उस जमीन पर यथास्थिति बरकरार था, जबकि नया कोई स्थगन आदेश नहीं जारी हुआ है। बावजूद इसके पीड़ित के अनुसार विपक्षियों के साथ ही हल्का लेखपाल व दरोगा ने कानून को गुमराह करते हुए लगी गन्ने की फसल जोतवा कर विपक्षियों का कब्ज़ा करवा दिया।
एसडीएम व एसओ की भी तनी थीं भौंहें
उक्त जमीन को अपने कब्जे में करने के लिए विपक्षियों ने कानून को चकमा देकर इससे पहले तत्कालीन एस.डी.एम. तरबगंज से पट्टा करवा लिया था, मगर सच्चाई सामने आते ही उन्होंने भौंहें चढ़ाते हुए पट्टा ख़ारिज कर दिया था। तत्पश्चात यह प्रकरण तत्कालीन एस.ओ. वज़ीरगंज रामपाल सिंह यादव के पास पहुंच तो उन्होंने भी विपक्षियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जब तक मामला कोर्ट में है यथास्थिति बरकरार रहेगी और नया निर्देश आने तक यह जमीन नंगा के हक़ में ही रहेगा। इसी पर दोनों पक्षों ने सुलहनामा भी लगाया था।
बेखौफ़ दरोगा को नहीं है सीएम योगी का खौफ
योगी के सख्त निर्देशों के पालन हेतु जहाँ प्रदेश की पुलिस पीड़ितों को न्याय दिलाने हेतु भागीरथी तप करती दिखाई दे रही है, वहीं वज़ीरगंज का दरोगा अग्निहोत्री कानून से खिलवाड़ करते नज़र आ रहा है। पीड़ित का कहना है कि एस.ओ. ने लेखपाल व दरोगा को प्रकरण की स्थिति ज्यों का त्यों करने का निर्देश दिया, मगर बेखौफ़ दरोगा व लेखपाल अभी भी चैन की सांस ले रहे हैं, जबकि पीड़ित की रातों की नींद और दिन का चैन गायब है। चर्चा के मुताबिक या तो ये शासन के मंशा पर पानी फेरने वाले सफेदपोश नेताओं के इशारे पर नाच रहे हैं या फिर विशेष लाभ के लिए कानून के नुमाइंदे खुद ही कानून की आँखों में धूल झोंक रहे हैं।
सीएम की चौखट पर जाने की तैयारी
इस मामले में पीड़ित ने फिलहाल एसपी व डीएम को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है।जिलाधिकारी ने एस.डी.एम. को जांच का निर्देश देते हुए उचित कार्यवाही करने का आदेश दिया है। पीड़ित का कहना है कि अगर उसे शीघ्र ही न्याय न मिला तो वह बूढ़े पिता को लेकर सी.एम.की चौखट पर जाकर न्याय की भीख मांगेगा और दरोगा अग्निहोत्री के काले कारनामों का काला चिट्ठा खोलकर कार्रवाई की मांग करेगा

डीएम के आदेश की प्रति
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