चक्रवाती तूफ़ान ने ली पिता की जान, बेटा घायल, बाल – बाल बचे परिजन

सालू खान
वज़ीरगंज -गोण्डा। स्थानीय कस्बे के ग्राम बभनी मजरे हरिजन पुरवा में पेड़ की चपेट में आकर छज्जा गिरने से जहाँ एक युवक की मौत हो गयी वहीं बेटे के सर व पैर पर चोटें आयी हैं जबकि परिजन बाल बाल बच गए।
8 मई की रात्रि लगभग 10 बजे एकाएक चक्रवाती तूफ़ान आने से जहाँ क्षेत्र में कई झोपड़ियां उजड़ कर बिखर गयीं वहीँ पेड़ गिरने के साथ साथ कई मकान भी छतिग्रस्त हो गए। इतना ही नहीं ग्राम बभनी के हरिजन पुरवा में उठे चक्रवाती तूफ़ान के भस्मासुरी तांडव से बचने के लिए पेड़ के नीचे बैठे 42 वर्षीय रामरंग जैसे ही अपने 15 वर्षीय बेटे अनिल के साथ भागकर घर में प्रवेश करना चाहे इसी बीच घर के सामने लगा पुराना पीपल का पेड़ गिर का मकान के छज्जे से टकराया जो टूटकर रामरंग के ऊपर गिरा इससे पहले कोई कुछ कर पाता रामरंग को इस मौत के तूफान ने निगल लिया। जबकि बेटे अनिल के सर व पैर पर भारी चोटें आयी है वहीँ दूसरी ओर मकान छतिग्रस्त होने के बावजूद अनिल की बहने मुस्कान, खुश्बू ,रेनू व उनकी भाभी बाल बाल बचीं। बताते चलें कि मृतक रामरंग अपने पीछे पत्नी लीला के साथ दो बेटों व चार बेटियों को छोड़ गया है। जिनमे एक बेटी की शादी हो चुकी है जबकि 22 वर्षीय बेटा पवन संगीन मामले में 2 वर्षों से जिला कारागार में बंद है।
एक सप्ताह पूर्व हुई थी बड़े भाई की मौत
मृतक रामरंग व उसका बड़ा भाई सहाई पंजाब प्रान्त के जालंधर में नौकरी करते थे जहाँ पर एक सप्ताह पूर्व 48 वर्षीय सहाई की बीमारी के दौरान आकस्मिक मौत हो गयी, ताजुब्ब की बात तो यह है कि रामरंग भी एक सप्ताह पूर्व जालंधर से यहाँ गांव आया था, जिसे चक्रवाती तूफ़ान ने मौत के मुंह में पहुंचा दिया।
मौत से मचा कोहराम
एक ही परिवार में ताबड़तोड़ हुई दोनों भाइयों की मौतों से ग्राम बभनी में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों के चीख चित्कारों से पूरे गांव में मातमी माहौल छाया हुआ है। पत्नी लीला का जहाँ रो रोकर बुरा हाल है वहीँ बच्चों की दर्दनाक सिसकियां बंद होने का नाम ही नहीं ले रही है।
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