सीएम योगी से न्याय मांगना परिवार को पड़ा महंगा, यूपी पुलिस ने लगाई ऐसी धारा जिससे...

सालू खान

बस्ती. रेप के बाद मासूम लड़की की हत्या के मामले में योगी सरकार से न्याय मांगना परिवार को महंगा पड़ा है। यूपी पुलिस ने इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे 25 नामजद और 200 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पैकौलिया थाने के जीतीपुर गांव में एक माह पूर्व सात साल की मासूम

बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी, जिसके विरोध में गुरूवार को लोग प्रदर्शन कर रहे थे।

नेशनल हाईवे पर उग्र प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने आश्वासन दिया था कि पुलिस आरोपियों को जल्द पकड़ लेगी, जिसके बाद लोगों ने प्रदर्शन खत्म किया था। लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने की वजह 25 नामजद और 200 अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कर लिया। चौहान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय चौहान को इस पूरे विरोध प्रदर्शन का मुख्य अभियुक्त बनाया गया है।

बता दें कि एक माह पहले मासूम पिंकी गांव के एक खंडहर में बेहोशी की हालत में मिली थी जिसकी गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में ईलाज के दौरान मौत हो गई थी। मासूम के साथ रेप भी किया गया था। पुलिस ने सबसे पहले इस मामले में लीपापोती करने पर थानेदार ब्रहमशंकर गौड़ को हटाया मगर आरोपियों को पकड़ने के बजाये उन्हें बचाने की कोशिशों में जुटी रही।

पुलिस के चक्कर लगाकर परेशान परिवार ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जब प्रदर्शन किया तो उल्टे पुलिस ने उन्हें ही अभियुक्त बना दिया।

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