ब्रेकिंग न्यूज़ एटा-पुलिस कर्मियों के पत्रकार से मारपीट करने पर कार्रवाई,एसएसपी ने 2 एसआई समेत 7 पुलिसकर्मियों को किया निलंबित

एटा पुलिस ने सवा घंटे तक पत्रकार को बेरहमी से पीटा, क्या यही है

एटा। लगता है कि एटा पुलिस समाजवादी सोच से उबर नहीं पाई है। आज भी नियम-कानून और सरकार की नीतियों को बला-ए-ताक रखकर जंगलराज की तर्ज पर कान...

 उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड की जीत से मोदीमय हुआ मीडिया, भूल गया तीन राज्यों की हार

 मीडिया से खिसियाए माफिया ने पत्रकार को दी धमकी

 बिना इजाजत विज्ञापन छापने पर बीजेपी नेताओं और अखबारों के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर

एटा। लगता है कि एटा पुलिस समाजवादी सोच से उबर नहीं पाई है। आज भी नियम-कानून और सरकार की नीतियों को बला-ए-ताक रखकर जंगलराज की तर्ज पर कानून व्यवस्था को संभाल रही है। उप्र सरकार की घोषित नीति और मानवाधिकार का सरेआम उल्लंघन नहीं तो क्या है बेकसूर पत्रकार की निमर्म पिटाई का मामला।
सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी पत्रकारों के हित संरक्षण व सम्मान के लिए नये-नये भारी भरकम दिशा-निर्देश जारी कर रहे हंै परंतु एटा पुलिस पर इन निर्देशों के विपरीत आचरण कर रही है। बीती रात 9.30 बजे स्थानीय नुमायश ग्राउण्ड में स्टेज प्रोग्राम को देखने जा रहे बेकसूर पत्रकार को नशे में धुत मेला चैकी के दरोगा सहित आधा दर्जन सिपाहयों ने बिना बात के खींच कर इस तरह पीटा जैसे कोई बहुत बड़ा अधिकारी उनके हत्थे चढ गया हो।
लाठी-डन्डे, लात-घूंसों से लगातार सवा घण्टे तक अस्थाई चैकी में बंधक बनाकर पीटते रहे जबकि पत्रकार बराबर चीख-चीख कर बता रहा था कि मैं पत्रकार विजय वर्मा हूं। परन्तु नशे में धुत इन पुलिस जनों से इससे कोई मतलब नहीं था। पिटाई की बर्बरता का अंदाज इसी बात से लगता है कि पत्रकार के दोनों खंभे से बधवाकर पूरे शरीर पर ताबडतोड डन्डे बरसाये। घटना की भनक लगते नुमाइश ग्राउण्ड में मौजूद कुछ पत्रकार वहां पहुंचे तब उनके विरोध करने पर देर रात करीब पौने ग्यारह बजे उन्हें छोड़ा गया। घटना की जानकारी पीड़ित पत्रकार विजय वर्मा ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज को दी।

Comments