सालू खान
108 एम्बुलेंस कर्मियों की घोर लापरवाही, घायल महिला को अस्पताल के बाहर फेंक हुए गायब
कौशांबी. जिले में 108 एम्बुलेंस कर्मियों की संवेदनहीनता सामने आयी है। गंभीर रूप से जख्मी अज्ञात महिला को 108 एम्बुलेंस कर्मियों ने स्थानीय अस्पताल लेकर तो गए, लेकिन अस्पताल के डॉक्टरों से बिना बताए ही स्ट्रेचर पर फेंककर चले गए। लहूलुहान महिला घंटो अस्पताल में तड़पती रही। महिला की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। वहीं मीडिया के दखल के बाद जब डॉक्टरों को पता चला तो प्राथमिक इलाज के बाद महिला को जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया।
कोखराज थाना इलाके के बिदनपुर गांव में मंदिर के पास गंभीर रूप से जख्मी एक महिला मिली। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंचे 108 एम्बुलेंस कर्मियों ने महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मूरतगंज ले कर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने अस्पताल में महिला को स्ट्रेचर पर फेंक चले गए। महिला के कपड़े भी अस्त व्यस्त थे, सिर पर चोट के गंभीर निशान थे। ऐसे में आशंका जाहिर की जा सकती है कि रेप की वारदात के बाद जान से मारने का प्रयास किया गया हो।
अस्पताल में खून से लहूलुहान महिला घंटो तड़पती रही। मीडिया के दखल के बाद जब जख्मी महिला के बारे में डॉक्टरों को पता चला तो डॉक्टरों ने इलाज करना शुरू किया। डॉक्टरों के सूचना के बाद भी कोखराज पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इलाज के बाद गंभीर अवस्था मे युवती को जिला अस्पताल के लिए रिफर कर दिया गया, जहां वो जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही ह
108 एम्बुलेंस कर्मियों की संवेदनहीनता के अलावा मूरतगंज चौकी पुलिस की भी बड़ी लापरवाही सामने आयी है। डॉक्टरों के सूचना के बाद भी चौकी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। मीडिया के दखल के बाद अस्पताल पहुंचे पुलिस कर्मियों ने आखिरकार अज्ञात महिला को जिला अस्पताल में दाखिल कराया। वहीं मामले में जब पुलिस के अधिकारियों से जानकारी चाही गयी तो उन्होंने कुछ बोलने से इनकार कर दिया
पीएचसी प्रभारी डॉक्टर सुनील सिंह के मुताबिक 108 एम्बुलेंस नंबर 288 के कर्मियों ने गंभीर रूप से जख्मी महिला को एम्बुलेंस से लाते समय प्रथम इलाज नहीं किया। इतना ही नही अस्पताल में डॉक्टरों को बिना रिसीव कराए ही स्ट्रेचर पर फेंक कर चले गए। उन्होंने कहा मामले में संवेदनहीन एम्बुलेंस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही के लिए सीएमओ को पत्र भेजा था
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