समाजसेविका रूचि मोदी की अगु वाई में महिलाओं ने कच्ची शराब के खिलाफ किया प्रदर्शन

सालू खान

समाजसेविका रूचि मोदी की अगुवाई में महिलाओं ने कच्ची शराब के खिलाफ किया प्रदर्शन



डीएम व एसपी ऑफिस से कुछ ही दूरी पर स्थित रानीपुरवा में खुलेआम होता है मौत का कारोबार

गोण्डा। रविवार को रानीपुरवा गांव की महिलाएं  समाज सेविका रूचि मोदी के नेतृत्व में कच्ची शराब के खिलाफ मुखर होते हुए आंदोलन की राह पर आ गयीं। सैकड़ों की संख्या में एकत्र हुई महिलाओं ने इस गांव में बड़े पैमाने पर किए जा रहे मौत के कारोबार पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की। उनका कहना था कि डीएम और एसपी आफिस से चंद क़दम दूरी पर स्थित रानीपुरवा में पुलिस और आबकारी विभाग के लोग रूपये लेकर इस अवैध धंधे को परवान चढ़वा रहे हैं। चेतावनी दी गयी कि यदि इस काले कारोबार पर प्रतिबंध न लगाया गया तो प्रशासन की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी।
   सूबे की बागडोर संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अवैध धंधों को सख्ती के साथ बन्द कराने का फरमान जारी किया था। इसमें अवैध बूचड़खाने, अवैध बालू तथा मिट्टी खनन, अवैध मोरंग खनन आदि शामिल हैं। प्रशासन ने अवैध बूचड़खानों और अवैध बालू व मिट्टी खनन पर तो नकेल लगा दिया, लेकिन कुटीर उद्योग का रूप ले चुकी कच्ची शराब के निर्माण पर रोक लगाने के लिए पहल नहीं की गयी। शायद यही वजह है कि मौत का यह अवैध कारोबार पुलिस और आबकारी विभाग की मिलीभगत से खुलेआम फलफूल रहा है। यूं तो जिलेभर में बड़े पैमाने पर अवैध कच्ची शराब बनायी और बेची जाती है, लेकिन जब प्रशासन की नाक के नीचे इस तरह के गोरखधंधों के परवान चढ़ने की बात हो तो सवाल उठना लाजिमी हो जाता है।

          जनपथ मुख्यालय पर स्थित जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक कार्यालय से थोड़ी दूरी पर स्थित है रानीपुरवा गांवअवैध कच्ची शराब बनाने और बेचने के लिए कुख्यात इस गांव के अधिकांश घरों में महुआ की जहरीली शराब का कारोबार होता रहा है। बताया जाता है कि रानीपुरवा की जहरीली शराब पड़ोसी मित्र राष्ट्र नेपाल तक सप्लाई की जाती है। जिले के दोनों बड़े अधिकारियों की नाक के नीचे हो रहे मौत के कारोबार को लेकर प्रशासन भी उदासीन है। इस अवैध धंधे के खिलाफ अधिवक्ता एवं सोशल वर्कर रूचि मोदी द्वारा बराबर आवाज उठायी जाती रही, लेकिन गूंगे – बहरे प्रशासन के कानों पर जूं तक न रेंगी। अब इस गांव की महिलाएं कच्ची शराब के खिलाफ लामबंद हो गयी हैं। रविवार को रूचि मोदी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने रानीपुरवा में विरोध प्रदर्शन किया। शराब का विरोध कर रही प्रदर्शनकारी महिलाओं की अगुवाई कर रही समाजसेविका – अधिवक्ता रूचि मोदी ने कहा कि रानीपुरवा में कच्ची जहरीली शराब से दर्जनों लोग जान गंवा चुके हैं, लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि जिलेभर में अवैध कच्ची शराब का धंधा कुटीर उद्योग का रूप ले चुका है। इसका शिकार होकर सैकड़ों लोग असमय ही काल के गाल में समा चुके हैं। तमाम महिलाएं विधवा और बच्चे यतीम हो चुके हैं। मौत का यह सिलसिला अनवरत जारी है, लेकिन शासन और प्रशासनमूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने कहा कि रानीपुरवा डीएम व एसपी कार्यालय से चंद क़दम दूरी पर स्थित है। यानी, प्रशासन की नाक के नीचे कच्ची शराब के कारोबारी लोगों की जिंदगी के साथ खेल रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अब इस गोरखधंधे पर लगाम लगानी ही पड़ेगी। यदि प्रशासन गंभीरहुआ तो महिलाओं के साथ सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री का भी घेराव किया जाएगा।

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