अफसर ने कहा तुमारी औकात नही मेरे सामने बैठने की दलित इस्पेक्टर ने खुद को गोली मार ली

सालू खान

नई दिल्ली। जातीय भेदभाव का मामला सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में ही नहीं है बल्कि पढ़े लिखे संभ्रांत वर्ग के लोग भी जमकर मनुस्मृति को फॉलो करते हैं। दिल्ली चितरंजन पार्क थाने में अपमान से तंग आकर के एक इंस्पेक्टर ने सर्विस रिवाल्वर से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। उनके परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्होंने अपने वरिष्ठों द्वारा किए गए जातिगत भेदभाव के कारण खुद को मार डाला है।

पुलिस ने बताया कि जिला जांच इकाई के साथ तैनात कुशल गांगुली ने शाम लगभग 5.50 बजे अपने नाम रिवाल्वर जारी कराया और 10 मिनट बाद उसने वाशरूम के अंदर खुद को गोली मार ली। 

 मृतक के परिजनों का कहना है कि उन्हें जातिगत भेदभाव का शिकार होना पड़ रहा था। पिछले काफी दिनों से वे इसी कारण परेशान थे। 

 दिसंबर 2016 में पदोन्नत होने के बाद गंगोली ने पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) के कार्यालय में एक्स शाखा के साथ काम करना शुरू किया था। यहा उन्होंने कुछ ही दिन बाद स्थानांतरण के लिए पत्र लिखा था। इसके बाद उन्हें डिस्ट्रिक्ट इन्वेस्टिगेशन यूनिट में स्थानांतरित कर दिया गया। उनकेपरिजनों ने द हिंदू को बताया कि यहां उनके सीनियर अधिकारी द्वारा भेदभाव किया गया। उनके सीनियर ने कहा कि तुम्हारी औक़ात मेरे सामने बैठने की नहीं है। 

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