अम्बेडकर नगर. बिजली की चपेट में आने से हुई कावरियों की मौत के बाद हुए बवाल से बौखलाई पुलिस ने सूरापुर कटौना गांव में जमकर तांडव मचाया। गुस्साए पुलिसवालों ने एक दर्जन से अधिक घरों में दरवाजे, वर्तन, लैपटाप, चूल्हा, नल तथा घरेलू सामान आदि तोड़ डाला। पुलिस के तांडव के चलते पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव के अधिकांश लोग घरों में ताला बंदकर फरार है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है।
ग्रामीणों का आरोप है कि रात में पुलिस ने जिसको जहां पाया, वहीं पर बुरी तरह पीटा। पुलिस की इस मानवाधिकार को उड़ाने वाली कार्रवाई से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। न सिर्फ कटौना, बल्कि पुलिसिया तांडव से आसपास के गांव में भी सन्नाटा पसरा है।
मामला अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के सूरापुर कटौना गांव है, जहां पर शुक्रवार की दोपहर हाईटेंशन तार की चपेट में आने से एक कांवरिये की मौत हो गयी थी, जबकि चार गंभीर रूप से झुलस गये थे। इनमें से एक को ट्रामा सेटर रेफर कर दिया गया था। कावरियां की मौत के बाद मचे बवाल में क्षेत्राधिकारी सदर व पीएसी के एक सिपाही को चोट आयी थी।
ये कैसी पुलिस, मानवाधिकार की उड़ा दी धज्जियां कांवरियों की इस उपद्रव को किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, लेकिन इसके बदले पुलिस ने जिस तरह की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की है, निंदनीय है। पुलिसवालों ने एक तरफ से बिना यह जाने समझे कि इस बवाल में कौन शामिल था और कौन नहीं, जिसे पाया उसे ही निर्ममता से पिटाई कर गिरफ्तार कर लिया। इतना ही नहीं गुस्साए पुलिसवालों ने घरों के दरवाजे तोड़ डाले और जबरन घरों में घुस गए।
महिलाओं को भी नहीं बख्शा लगातार दूसरे दिन कावरियों द्वारा किये गये बवाल से पुलिस का आक्रोश चरम पर पहुंच। अधेरा होते ही पुलिस ने अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया। कटौना गांव में पहुचे पुलिसकर्मियों ने घरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। घर के अंदर घुसकर चूल्हे, वर्तन, लैपटाप, नल सहित अन्य सामानों को पुलिसकर्मियों ने तोड डाला। पुलिस ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा और उनकी भी जमकर पिटाई की।
पुलिसिया तांडव का निशान पूरे गांव में है मौजूद पुलिस के डर से लोग रात में ही गांव छोड़कर फरार हो गये, जबकि गांव की अधिकांश महिलाओं ने सुबह गांव से पलायन कर दिया। गांव में इक्का-दुक्का लोग ही आते जाते दिखाई दिए। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। हैरत की बात यह है कि पुलिस के इस तांडव पर कोई भी राजनैतिक दल मुंह नहीं खोल रहा है। पूरे गांव में अभी भी भारी पुलिस बल है। जगह-जगह बिखरे टूटे सामान पुलिस की कार्य प्रणाली का गवाह बन रहे हैं।
पुलिस उपाधीक्षक ने झाड़ा पल्ला इस पूरे मामले पर जब मीडिया ने पुलिस उपाधीक्षक से पूछा तो उन्होंने पूरे मामले को अलग तरीके से घुमाकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
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