सालू खान
खत्म हुआ खाकी का खौफ, बेलगाम बदमाशों ने दिनदहाड़े लूट की वारदातों को दिया अंजाम
बाइक सवार युवकों ने महिला से लूटे तीन लाख 75 हजार
बुजुर्ग किसान भी हुआ लूट का शिकार, 20 हजार लूटकर बदमाश हुए फरार
गोंडा। यदि यह कहा जाए कि गोण्डा में खाकी का खौफ खत्म हो गया है और बदमाश बेलगाम हो गए हैं, तो कतई गलत न होगा ! दिनदहाड़े शहर के व्यस्त इलाके में हुई लूट की दो वारदातों ने कानून व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया है। एलबीएस चौराहे पर जिस तरह एक बुजुर्ग किसान से बीस हजार लूटकर बदमाश भागने में सफल रहे, वह ध्वस्त कानून व्यवस्था की नज़ीर है। अभी इस लूटकांड के पेंचों को पुलिस दुरूस्त भी नहीं कर पायी थी कि बेलगाम बदमाशों ने लूट की एक बड़ी घटना को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे डाली।
कोतवाली देहात के लव्वाटेपरा बीरपुर निवासी बुजुर्ग बाबूलाल 20 हजार रुपए निकालकर साइकिल से वापस घर जा रहा था। वह लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय चौराहे पर रूककर एक ठेले पर कुछ खरीदने लगा कि इसी बीच एक बाइक पर सवार दो बदमाश पहुंचे और साइकिल पर टंगा वह झोला लेकर फरार हो गए जिसमें 20 हजार रुपए रखे थे। बताते चलें कि एलबीएस चौराहे फर सुरक्षा की दृष्टि से काफी संवेदनशील इलाका है, जिसके चलते यहां हर समय सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहते हैं। वैसे भी आज कजरी तीज होने के कारण चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। इसके बाद भी दिनदहाड़े हुई लूट की इस वारदात ने पुलिस महकमे के होश उड़ा दिए। सीओ सदर, कोतवाली नगर पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच व खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। पुलिस लूट की इस घटना के खुलासे के गुणा भाग में ही उलझी रही कि बेलगाम बदमाशों ने लूट की एक बड़ी वारदात को अंजाम देकर पुलिस महकमे के होश उड़ा दिए।
कोतवाली देहात के बेलवा बनघुसरा ठकुरन गांव निवासी विजय सिंह पुत्र जगदीश सिंह अपनी पत्नी रूचि सिंह और चाचा राम नरेश के साथ बाइक से गोण्डा स्थित आईसीआईसीआई बैंक में पांच लाख रूपये जमा करने आए थे। बैंक में एक लाख 25 हजार रूपये जमा हुए। बाकी तीन लाख 75 हजार रूपये पैन कार्ड न होने के कारण नहीं जमा हो सका था। रूपया रूचि सिंह के काले पर्स में था। बैंक से निकलते ही बाइक पंचर हो गई, जिसे टामसन इंटर कालेज के पास एक दुकान पर बनवाने लगे। इस बीच बाइक पर सवार दो युवक पीछे से आए और रूचि सिंह को धक्का देकर पर्स लेकर फरार हो गये। दोनों युवक कचहरी की तरफ निकल गये। रूचि सिंह का कहना है कि उसने जमीन बेची थी। वही रूपये थे, जिसे वे सब जमा करने आए थे।
शहर में दिनदहाड़े हुई लूट की इन दुस्साहसिक घटनाओं से सनसनी और अफरातफरी फैल गयी। लोग कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। बड़ा सवाल तो यह है कि जिन जगहों पर लूट की इन घटनाओं को अंजाम दिया गया वे शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में आते हैं। दूसरी सबसे बड़ी बात यह है कि आज कजरी तीज होने के कारण शहर में चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। इसके बावजूद बेलगाम बदमाशों ने जिस दुस्साहसिक तरीके से लूट की घटनाओं को अंजाम दिया, वह जिले की ध्वस्त कानून व्यवस्था की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है।
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